Mukul Dev dies at 54
हिंदी, पंजाबी और दक्षिण भारतीय फिल्मों के साथ-साथ टेलीविजन में अपने बेहतरीन अभिनय के लिए पहचाने जाने वाले अभिनेता मुकुल देव का निधन हो गया है। वे 54 वर्ष के थे। उनकी मृत्यु के कारणों की जानकारी फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई है।
Mukul Dev dies at 54
विंदू दारा सिंह ने एक ट्वीट में शोक व्यक्त करते हुए लिखा, “मेरे भाई #MukulDev को श्रद्धांजलि! तुम्हारे साथ बिताया हुआ समय हमेशा याद रहेगा और #SonOfSardaar2 तुम्हारा अंतिम प्रोजेक्ट होगा, जिसमें तुम लोगों को हंसी से लोटपोट कर दोगे और उन्हें खुश कर दोगे।”

Mukul Dev dies at 54
विंदू ने इंडिया टुडे से बातचीत में खबर की पुष्टि करते हुए कहा, “अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद मुकुल खुद में ही सिमट गए थे। वे घर से बाहर भी नहीं निकलते थे और न ही किसी से मिलते थे। पिछले कुछ दिनों में उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी और वे अस्पताल में भर्ती थे। उनके भाई और उनके चाहने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं। वे एक अद्भुत इंसान थे और हम सभी उन्हें बहुत याद करेंगे।”
Mukul Dev dies at 54
अभिनेत्री Deepshika Nagpal ने भी इस खबर पर दुख जताया और कहा कि उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा कि मुकुल अब हमारे बीच नहीं हैं।

मनोज बाजपेयी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “अपने जज्बातों को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। मुकुल, मेरे भाई एक ऐसे कलाकार थे जिनकी गर्मजोशी और जुनून की मिसाल नहीं थी। बहुत जल्दी चले गए। उनके परिवार और सभी शोक-संतप्त लोगों को शक्ति और सांत्वना मिले, यही प्रार्थना है। तुम्हारी कमी हमेशा खलेगी मेरी जान… दोबारा मिलेंगे, ओम शांति।”
Mukul Dev dies at 54
मुकुल देव का जन्म 17 सितंबर 1970 को नई दिल्ली में हुआ था। वे हिंदी, पंजाबी, तेलुगू, तमिल, कन्नड़, बंगाली और मलयालम फिल्मों में अपने अभिनय के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1996 में टीवी सीरीज ‘मुमकिन’ से की थी और उसी साल उन्होंने फिल्म ‘दस्तक’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, जिसमें सुष्मिता सेन भी थीं।
Mukul Dev dies at 54

अपने करियर के दौरान उन्होंने ‘यमला पगला दीवाना’, ‘सन ऑफ सरदार’, ‘आर… राजकुमार’ और ‘जय हो’ जैसी कई चर्चित फिल्मों में काम किया। वे दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल से पढ़े थे और रायबरेली के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एविएशन से एरोनॉटिक्स में सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया था।
Mukul Dev dies at 54
2021 में हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने 25 साल के फिल्मी करियर को संतोषजनक बताया था।
उन्होंने कहा था, “चाहूं भी तो शिकायत नहीं कर सकता। ‘दस्तक’ से जो लॉन्च मिला और उसके बाद जो फिल्में कीं, वह सब बहुत संतोषजनक रहा। हिंदी, टीवी और फिर रीजनल फिल्मों का सफर शानदार रहा।”
Mukul Dev dies at 54

उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें अपने करियर को लेकर कोई पछतावा नहीं है।
“बिना जाने ही मैंने अपने लिए एक जगह बना ली है जहां लोग कहते हैं कि यह रोल मुकुल ही कर सकता है। जैसे ‘यमला पगला दीवाना’ जैसे किरदार या फिर ’21 सरफरोश – सारागढ़ी 1897′ में मेरा काम, ये सब मेरे लिए ही सोचा गया था।”
उनकी यह विरासत हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेगी।