Sanjay Nishad Ganga remark
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं, इसी बीच राज्य के मंत्री संजय निषाद के बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। कानपुर देहात के भोगनीपुर इलाके में बाढ़ प्रभावितों से मिलने पहुंचे निषाद ने लोगों की शिकायतों पर जो प्रतिक्रिया दी, वो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
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रिपोर्ट्स के अनुसार, संजय निषाद ने बाढ़ पीड़ितों से कहा, “आप गंगा मइया के बेटे हैं। गंगा आपके दरवाजे तक आपके पैर धोने आती हैं और उनके दर्शन मात्र से सीधा स्वर्ग प्राप्त होता है। विपक्षी लोग आपको उल्टा समझाते हैं।”
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वायरल वीडियो में मंत्री को यह कहते सुना गया:
“गंगा मइया तो अपने पुत्रों के पैर धोने आती हैं… उनके दर्शन से पुत्र सीधे स्वर्ग जाता है… ये विरोधी लोग आपको उल्टा पढ़ाते हैं।”
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कानपुर देहात——
— राम दीक्षित/Ram Dixit (@RamDixi72228341) August 4, 2025
वाह मंत्री जी गजब तरीका निकालेव हो भोले भाले ग्रामीणों को चुप कराने का,,,,
बाढ़ ने गांवों में इस कदर तबाही मचाई है गांव वालो चैन सुकून सब खत्म हो गया तो माननीय जी कह रहे ""गंगा मैया गंगा पुत्रो का पैर धुलने आती है""आदमी सीधा स्वर्ग जाता""
मंत्री जी यहाँ गांव… pic.twitter.com/oqIasyyikX
बाढ़ पीड़ितों ने जब अपने घर उजड़ने और रहने की जगह न होने की शिकायत की, तो मंत्री की इस टिप्पणी से लोग नाराज़ हो गए। मंत्री के साथ चल रही एक महिला जब एक बुजुर्ग महिला को उनका बयान समझाने की कोशिश कर रही थी, तो बुजुर्ग महिला ने तंज कसते हुए कहा, “तो आप भी यहीं रुक जाइए और गंगा मइया का आशीर्वाद लीजिए।”
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इस बीच, उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में लगातार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। गंगा, यमुना और बेतवा नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राहत आयुक्त कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, वाराणसी, मिर्जापुर, गाज़ीपुर और बलिया में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि औरैया, कालपी, हमीरपुर, प्रयागराज और बांदा में यमुना ने खतरे की सीमा पार कर ली है।
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गंगा के उफान का असर इतना है कि वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली प्रसिद्ध गंगा आरती अब छतों पर की जा रही है। वहीं मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवों का अंतिम संस्कार ऊँचे प्लेटफॉर्मों पर किया जा रहा है।