Company owner cancels ₹22LPA job offer
एक भारतीय स्टार्टअप के संस्थापक इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गए हैं, जब उन्होंने एक प्रतिभाशाली उम्मीदवार की नियुक्ति रद्द कर दी। यह उम्मीदवार अपनी कौशल और पहल के लिए टीम को काफी प्रभावित कर चुका था। लेकिन संस्थापक ने बताया कि ₹22 लाख प्रति वर्ष की पेशकश उस समय वापस ले ली गई जब बैकग्राउंड चेक के दौरान पता चला कि उम्मीदवार ने LinkedIn पर कुछ ऐसी टिप्पणियाँ की थीं जो “धार्मिक समुदायों के लिए अपमानजनक” थीं।
Company owner cancels ₹22LPA job offer
Jobbie के संस्थापक मोहम्मद अहमद भाटी ने LinkedIn पर लिखा, “कुछ LinkedIn पोस्ट्स पर की गई अपमानजनक टिप्पणियों के आधार पर ऑफर लेटर कैंसिल कर दिया गया। हमारे Reddit पर वायरल हुए पोस्ट के बाद – जिसमें हमने बताया था कि 12,000 लोगों ने अप्लाई किया, 450 इंटरव्यू हुए, लेकिन एक भी चयन नहीं हुआ। और इन सब के बाद इस उम्मीदवार ने हमसे संपर्क किया और आवेदन किया। उसने अपनी पहल दिखाते हुए Jobbie की मदद से एक शानदार रेज़्यूमे भी बनाया और हमारे प्लेटफॉर्म को बेहतर बनाने के सुझाव भी दिए।

Company owner cancels ₹22LPA job offer
संस्थापक ने आगे बताया कि उम्मीदवार के स्किल्स और इनिशिएटिव से प्रभावित होकर कंपनी ने ₹22 लाख सालाना का लेटर ऑफ इंटेंट भेजा, जो कि कंपनी के तय बजट से ₹2 लाख ज्यादा था। लेकिन बाद में जब बैकग्राउंड चेक हुआ, तो मामला बदल गया।
Company owner cancels ₹22LPA job offer
भाटी ने लिखा, “कोई कितना भी प्रतिभाशाली क्यों न हो, हमारे लिए सम्मान और बुनियादी शिष्टाचार ज्यादा मायने रखते हैं। प्रतिभा दरवाज़ा खोलती है, लेकिन मूल्य तय करते हैं कि आप अंदर रहेंगे या नहीं।”
उन्होंने दो ईमेल के स्क्रीनशॉट भी साझा किए इसमें से एक लेटर ऑफ इंटेंट का था और दूसरा रिजेक्शन लेटर का। रिजेक्शन ईमेल में लिखा था:
Company owner cancels ₹22LPA job offer
“जैसा कि पहले बताया गया था, ऑफर को आगे बढ़ाने से पहले एक रूटीन बैकग्राउंड चेक किया गया। इस दौरान हमें आपके कुछ हालिया LinkedIn पोस्ट्स में ऐसी टिप्पणियाँ मिलीं जो कुछ धार्मिक समुदायों की भावनाओं को गहराई से आहत कर सकती हैं।”
Company owner cancels ₹22LPA job offer

सोशल मीडिया पर कैसी रही प्रतिक्रिया?
इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कई लोगों ने संस्थापक का समर्थन किया, वहीं कुछ ने इस कदम को कठोर और गलत बताया।
एक यूज़र ने लिखा, “सिर्फ एक फ्रेशर ही इस पोज़िशन की अहमियत को समझ सकता है। सीखने और करने को बहुत कुछ होता है। पढ़ाई इंसान को विनम्र बनाती है, आभार सिखाती है और ज़मीन से जोड़े रखती है। अब समझ आया कि ‘कल्चरल राउंड’ क्यों जरूरी होता है।”
Company owner cancels ₹22LPA job offer
दूसरे ने कहा, “इस वजह से ऑफर लेटर कैंसिल होता पहली बार सुना।”
तीसरे ने टिप्पणी की, “किसी की सोशल मीडिया एक्टिविटी के आधार पर प्रोफेशनल जॉब ऑफर रद्द करना दिखाता है कि नेतृत्व की सीट पर गलत लोगों के बैठने से संस्थाओं को कितना नुकसान पहुंच सकता है।

Company owner cancels ₹22LPA job offer
चौथे ने लिखा, “इस पोस्ट को जितनी नफरत मिल रही है, वह अनुचित है।”
यह मामला अब ऑनलाइन चर्चा का एक प्रमुख विषय बन चुका है, जिसमें नैतिकता, डिजिटल व्यवहार और पेशेवर जिम्मेदारी को लेकर बहस छिड़ गई है।