भारत के व्यापार जगत की प्रमुख हस्ती और Essar Group के सह-संस्थापक शशिकांत रूइया का मंगलवार को 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
Essar Group ने अपने बयान में कहा, “श्री Shashikant Ruia, रूइया परिवार और Essar Group के संरक्षक, के निधन की सूचना देते हुए हमें गहरा दुख हो रहा है। वे 81 वर्ष के थे। सामुदायिक उत्थान और परोपकार के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने लाखों लोगों के जीवन को छुआ। उनकी सादगी, गर्मजोशी और सभी से जुड़ने की क्षमता ने उन्हें एक असाधारण नेता बनाया।”
रूइया परिवार ने भी शशि रूइया की विरासत को भविष्य की पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बताया और उनके मूल्यों व दृष्टिकोण को बनाए रखने का संकल्प लिया।
Essar Group की शुरुआत और शशि रूइया का सफर
1969 में, शशि रूइया ने अपने भाई रवि रूइया के साथ मिलकर Essar Group की स्थापना की। उनका पहला बड़ा प्रोजेक्ट मद्रास पोर्ट ट्रस्ट से ₹2.5 करोड़ का ठेका था, जिसमें पोर्ट पर बाहरी ब्रेकवॉटर का निर्माण शामिल था। यह एक असाधारण यात्रा की शुरुआत थी, जिसने Essar Group को एक वैश्विक समूह में बदल दिया।
शुरुआत में Essar Group ने कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया। इसमें पुल, बांध और पावर प्लांट जैसी संरचनाओं का निर्माण शामिल था। 1980 के दशक तक, समूह ने ऊर्जा क्षेत्र में भी कदम रखा और तेल व गैस क्षेत्र में संपत्तियां हासिल कीं।
1990 के दशक में, एस्सार ने स्टील और टेलीकॉम के क्षेत्र में विस्तार किया। समूह ने स्टील प्लांट्स और ऑयल रिफाइनरी विकसित की और भारत के टेलीकॉम सेक्टर में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हचिसन के साथ साझेदारी कर देश का दूसरा सबसे बड़ा टेलीकॉम ऑपरेटर स्थापित किया।
हालांकि, समय के साथ समूह को अपने टेलीकॉम कारोबार को बेचना पड़ा और अपने ऑयल रिफाइनरी को रूस की कंपनी रोसनेफ्ट के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम को हस्तांतरित करना पड़ा। इसके अलावा, दिवालियापन प्रक्रिया के तहत समूह को अपने स्टील प्लांट्स भी अर्सेलरमित्तल को सौंपने पड़े।
युवा उम्र में व्यवसाय में कदम
शशि रूइया ने कम उम्र में ही पारिवारिक व्यवसाय से जुड़कर अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने विदेश में पढ़ाई न करने का विकल्प चुना और कंपनी के कार्यों में खुद को शामिल किया। मात्र 17 वर्ष की आयु में उन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
उनका व्यावहारिक दृष्टिकोण और विभिन्न उद्योगों की गहरी समझ ने Essar Group को एक वैश्विक उद्यम के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई।
प्रमुख औद्योगिक संगठनों में भूमिका
शशि रूइया ने कई महत्वपूर्ण औद्योगिक संगठनों में सक्रिय भूमिका निभाई। वे भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (FICCI) की प्रबंधन समिति के सदस्य थे और इंडो-अमेरिका संयुक्त व्यापार परिषद के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय जहाज मालिक संघ (INSA) का नेतृत्व किया और प्रधानमंत्री के इंडो-अमेरिका सीईओ फोरम और भारत-जापान व्यापार परिषद के सदस्य भी रहे।
2007 में, उन्होंने द एल्डर्स नामक संगठन के स्वतंत्र वित्तपोषकों के एक विशिष्ट समूह में जगह बनाई। यह संगठन विश्व स्तर पर चुनौतियों से निपटने के लिए कार्य करता है और इसमें डेसमंड टूटू, कोफी अन्नान और जिमी कार्टर जैसी हस्तियां शामिल हैं।
शशि रूइया के नेतृत्व में Essar Group ने ऊर्जा, स्टील, शिपिंग और टेलीकॉम सहित कई क्षेत्रों में विस्तार किया। उनके नवाचारपूर्ण दृष्टिकोण और वैश्विक साझेदारियों पर जोर ने एस्सार को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया।
शशि रूइया के भारत के औद्योगिक विकास में योगदान और अंतरराष्ट्रीय व्यापार सहयोग को बढ़ावा देने के प्रयास भारतीय उद्योग जगत में हमेशा याद किए जाएंगे। उनका नेतृत्व और दृष्टिकोण Essar Group और भारतीय उद्योग जगत के लिए एक प्रेरणास्रोत बना रहेगा।