Influencer loses more than 1 lakh
एक इन्फ्लुएंसर को सुनियोजित साइबर ठगी का शिकार होना पड़ा, जिसमें उसने 1,10,000 रुपये गंवा दिए। यह घटना तब हुई जब उसने खुद को एक्सिस बैंक का अधिकारी बताने वाले व्यक्ति के फोन कॉल का जवाब दिया।
अब वायरल हो चुके एक वीडियो में, अकांक्षा ठकराल ने अपनी आपबीती साझा की। उन्होंने बताया कि कॉलर ने दावा किया कि उनका KYC पेंडिंग है। जब उन्होंने कहा कि वह इसे बाद में अपडेट करेंगी, तो उस व्यक्ति ने शाम को दोबारा फोन किया और जोर देकर कहा कि वह बिना बैंक जाए दूरस्थ रूप से इस प्रक्रिया को पूरा कर सकती हैं। इसके बाद उन्हें एक व्हाट्सएप लिंक मिला, जिसने उन्हें एक फर्जी एक्सिस बैंक KYC अपडेट पेज पर भेज दिया, जहां उन्होंने अनजाने में अपनी डिटेल्स भर दीं।
Influencer loses more than 1 lakh

10 मिनट के भीतर ही उनके खाते से 50,000 रुपये कटने का अलर्ट आ गया। घबराहट में उन्होंने सभी UPI ऐप्स से लॉगआउट करने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उनके पास सिर्फ 800 रुपये बचे थे, जिसे उन्होंने तुरंत दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिया।
बाद में अकांक्षा को पता चला कि KYC लिंक पर क्लिक करने से स्कैमर्स ने उनके फोन में एक मैसेज स्पूफिंग ऐप इंस्टॉल कर दिया था, जिससे उन्हें उनकी वित्तीय जानकारी मिल गई थी।
Influencer loses more than 1 lakh

उन्होंने कानून प्रवर्तन से कोई मदद न मिलने पर भी नाराजगी जताई। अकांक्षा ने बताया कि पुलिस और साइबर क्राइम अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने कहा, “मैंने पैसे तो गंवाए ही, लेकिन उससे भी ज्यादा बुरा वह अहसास था कि कोई मेरे फोन को ट्रैक कर रहा है। मैंने फोन को रीबूट किया, लेकिन वह डरावना अहसास बना रहा। पुलिस ने कोई मदद नहीं की। उन्होंने कहा, ‘मैडम, हमारे पास ऐसे केस हर दिन आते हैं। इतनी पढ़ी-लिखी होकर भी आप कैसे इस जाल में फंस गईं?'”
अपनी कहानी शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा: “मैं यह सब इसलिए शेयर कर रही हूं ताकि किसी और को यह सब न झेलना पड़े। कभी भी किसी लिंक पर क्लिक न करें — मैसेज स्पूफिंग सच में होती है।”

Influencer loses more than 1 lakh
वायरल वीडियो पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, “आजकल हम किस दुनिया में जी रहे हैं…सावधान रहें।”
एक अन्य यूजर ने सुझाव दिया, “ऐसी किसी प्रक्रिया से पहले पेमेंट लिमिट कम कर देना चाहिए।”
वहीं, तीसरे यूजर ने लिखा, “साइबर क्राइम पोर्टल किसी काम का नहीं है। इन्हें ज्यादा हिम्मत इसी वजह से मिलती है।”